सच्चा प्रेम क्या होता है — इस पर अक्सर बहस होती है।
लेकिन इस कहानी को पढ़ने के बाद,
बहस की सारी संभावनाएँ खुद-ब-खुद ख़त्म हो जाएँगी।
किसी के लिए प्रेम समर्पण है, किसी के लिए साथ…
पर सच्चा प्रेम शायद वो होता है, जो शब्दों से नहीं —
त्याग, समझ और निःस्वार्थ भाव से जताया जाता है।
जो ख़ामोशी में भी अपना संपूर्ण स्वरूप दिखा देता है।
ठीक ऐसे ही, जिस प्रेम में त्याग हो —
वहीं से इतिहास जन्म लेता है।
और वहीं से जन्म लेती है एक कहानी—
‘सहल : हाड़ा रानी’।
यह ऐतिहासिक काव्यात्मक पुस्तक,
एक ऐसी रानी की कहानी है जिन्होंने,
अपने पति को निशानी के रूप में,
अपना सिर काट कर भेज दिया था,
ताकि वो युद्धभूमि में विचलित ना हो।
इस किताब में, इतिहास है,
प्रेम है, कविता है, त्याग है,
देशभक्ति है, जिसे पढ़कर आपको खुद पर,
और अपने हिंदुस्तान पर गर्व होगा।
चाहे आपको पढ़ना पसंद है या
आपने इससे पहले कोई किताब नहीं पढ़ी हो,
पर इस किताब को पढ़ कर,
आपको लगेगा कि
वर्षों से ये कहानी आप सब के बीच ही थी,
बस हम इसकी आवाज को सुन नहीं पाएं।
आर्डर करें।
।। आदित्य त्रिपाठी, जहाजपुर ।। –
“सहल : हाड़ा रानी – काव्यात्मक कथा”
मैं इस किताब की सिफारिश जरूर करूंगा और मुझे लगता है कि यह सभी कला प्रेमियों को पढ़नी चाहिए। यह एक ऐसी किताब है जो आपको कला, प्रेम एवं विरह की सुंदरता का अनुभव कराएगी ।
Deepti Rathore (verified owner) –
आज मैंने “Sahal: The Hada Rani” को पूरा पढ़ा और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह सिर्फ एक ऐतिहासिक कथा नहीं, बल्कि राजपूताना शौर्य, नारी बलिदान और प्रेम की गहराई का जीवंत चित्रण है।
लेखक ने हाड़ा रानी और रतन सिंह के बीच के रिश्ते को बेहद भावनात्मक और संवेदनशील तरीके से प्रस्तुत किया है। एक पत्नी का अपने पति और मातृभूमि के लिए किया गया बलिदान, पढ़ने वाले के मन को छू जाता है।
साथ ही, राजपूत सेना की वीरता, राजा का नेतृत्व, और रणभूमि का चित्रण इतना जीवंत है कि पाठक खुद को उस समय में अनुभव करता है। यह किताब हमें यह भी याद दिलाती है कि इतिहास सिर्फ तिथियों और घटनाओं का संग्रह नहीं, बल्कि जज़्बातों और बलिदानों की गाथा है।
लेखक की भाषा प्रभावशाली, भावनात्मक और शोधपूर्ण है।
⭐️⭐️⭐️⭐️⭐️
5/5 – एक बार जरूर पढ़ने योग्य।
Giriraj Gurjar –
त्याग और बलिदान की प्रतिमूर्ति हाड़ा रानी के बारे में डैनी सोलंकी जी द्वारा लिखी पुस्तक सहल: हाड़ा रानी को पढ़ोगे तो ऐसा लगेगा जैसा सारा घटनाक्रम आपके सामने हो रहा हो। अब तक आपने सुना होगा उस महा बलिदान के बारे में लेकिन अब महसूस होगा। मेवाड़ी वीरों और वीरांगनाओं की वीरता को एक पुस्तक में लिख पाना असंभव हैं लेकिन डैनी सर ने जो लिखा हैं वो वास्तव में अद्वितीय हैं। कविता के माध्यम से उस महान बलिदानी कथा को कह पाना कितना मुश्किल रहा होगा लेकिन जब आप इसे पढ़ोगे तो ऐसा लगेगा आप अपनी आंखों से किसी सिनेमा में बैठे किसी ऐतिहासिक कहानी को देख रहे हो।
अपने खोए हुए इतिहास को वापिस संजोने का समय है जो आक्रांताओं के भय से कही खो गया था। डैनी सर को बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने हाड़ा रानी के बलिदान और व्यक्तिव के बारे में विस्तार से बताया। अभी तक हमने केवल यही पढ़ा था कि ” चुंडावत मांगी सेना सेनाणी, सिर काट दे दियो क्षत्राणी।”
लेकिन इसके पीछे के प्रेम,विरह,वेदना और राष्ट्रभक्ति को अब समझ पाए।
Thanks a lot mr. Danny solanki🙏💞
Monica Meena –
Great book,great story telling!
It’s clear the author has worked hard to polish every detail. This deserves to be shared with more people.
Divya –
“सहल : हाड़ा रानी” एक ऐसी ऐतिहासिक काव्यात्मक कृति है जो प्रेम, त्याग और भारतीयता के सार को गहराई से छूती है। यह किताब सिर्फ कविताओं का संग्रह नहीं, बल्कि उन भावनाओं की यात्रा है जहाँ नारी-शक्ति और देशभक्ति एक साथ दिखाई देती हैं।
मुझे इस किताब की सबसे खास बात यह लगी कि इतिहास केवल तथ्य बनकर नहीं आता, बल्कि कविताओं के माध्यम से जीवंत हो उठता है। हर पंक्ति पाठक को साहस और निःस्वार्थ प्रेम का अनुभव कराती है।
“उस दिन से उस चौराहे का नाम पड़ा — “नाहर का चोहट्टा” जहाँ एक माँ बनी शेरनी ने अपने दूध से एक और माँ की बेटी को जीवन दिया। उस दिन से बून्दी ने उसे केवल राजकुमारी नहीं, “शेरनी की बेटी” कहना शुरू किया।”
यह पंक्तियाँ पढ़ते हुए मन गर्व और भावुकता से भर जाता है। यह किताब वास्तव में प्रेम और त्याग की अद्वितीय गाथा है।
Indu Garg –
इस पुस्तक से मैंने सबसे बड़ा सबक सीखा कि सच्चा प्रेम केवल साथ निभाने में नहीं, बल्कि त्याग और निःस्वार्थ भावना में छिपा होता है। हाड़ा रानी की गाथा यह सिखाती है कि जब व्यक्ति अपने व्यक्तिगत सुख से ऊपर उठकर राष्ट्र, सम्मान और कर्तव्य को चुनता है, तभी इतिहास रचता है।
कविताएँ पढ़ते हुए बार-बार महसूस हुआ कि बलिदान सिर्फ़ त्याग नहीं, बल्कि अमरता का मार्ग है। इस किताब ने मुझे सिखाया कि स्त्रियाँ केवल प्रेम और संवेदना की प्रतिमूर्ति नहीं, बल्कि साहस और शक्ति की भी मिसाल हैं।
“जो अपने ख़ून से इतना बेरहम हो सकता है, वो परायों के साथ, कैसा बर्ताव करेगा, सोच कर ही रूह काँप जाती है।” यह पंक्ति पढ़कर मन सिहर उठता है और यथार्थ का आईना दिखाती है।
यह किताब मुझे आत्मगौरव, प्रेम और देशभक्ति का सच्चा अर्थ समझा गई।
Seema Garg –
Introduction:
“सहल : हाड़ा रानी” प्रेम, त्याग और देशभक्ति की ऐतिहासिक गाथा है, जो कविताओं के माध्यम से इतिहास को जीवंत करती है।
Quote:
“रेत बहती रही सदियों तक, राज बदलते गए, गूँगे हो गए कभी गूंजते हुए दरबार, और सभ्यताएँ… बस धूल बनकर बिखर गईं इतिहास के कोनों में। पर एक धरती— जो हर तूफ़ान के बाद अपने माथे पर सूरज की रोशनी रखती। जिसकी आत्मा कभी ना थकी, न टूटी, न बिकी। वो मेरा — हिंदुस्तान।”
Summary:
पुस्तक में हाड़ा रानी की अमर कथा है—एक ऐसी रानी, जिन्होंने अपने पति और मातृभूमि की गरिमा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
What I Like:
लेखक ने इतिहास को बोझिल नहीं, बल्कि भावनात्मक और सहज भाषा में प्रस्तुत किया।
Analysis:
कविताएँ केवल घटनाओं का पुनर्स्मरण नहीं करतीं, बल्कि स्त्री-शक्ति और सच्चे प्रेम का गहन चित्रण करती हैं।
Evaluation:
यह कृति भावनात्मक, प्रेरणादायी और भारतीयता से ओतप्रोत है।
Recommendation:
जो पाठक त्याग, साहस और देशभक्ति की आत्मा को समझना चाहते हैं, उन्हें यह पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए।